लोगों की राय

लेखक:

गंगाधर गाडगिल
जन्म : 25 अगस्त, 1923 मुम्बई।

1944 में मुम्बई वि.वि. से अर्थशास्त्र में एम.ए. करने के बाद प्राध्यापक और प्राचार्य रहे। अनेक उद्योग-समूहों के आर्थिक सलाहकार तथा साहित्य अकादेमी सहित अनेक शैक्षिक एवं साहित्यिक संस्थाओं से सम्बद्ध। सम्प्रति मुम्बई मराठी साहित्य-संघ के अध्यक्ष व मुम्बई मराठी ग्रन्थ-संग्रहालय के उपाध्यक्ष। 1941 से निरन्तर लेखन-कार्य में प्रवृत्त। मराठी में कहानी, उपन्यास, नाटक, आलोचना व व्यंग्य जैसी प्रमुख विधाओं में अब तक पचास से अधिक कृतियाँ प्रकाशित। अनेक रचनाएँ देशी-विदेशी भाषाओं में अनूदित। कुछ व्यंग्य-रचनाएँ आस्ट्रेलिया व कनाडा की पाठ्य-पुस्तकों में शामिल।

पुरस्कार/सम्मान : ‘अभिरुचि पुरस्कार’, ‘केलकर पुरस्कार’, ‘मुम्बई मराठी-साहित्य-संघ का ‘उत्कृष्ट लेखक पुरस्कार’, दीनानाथ मंगेशकर प्रतिष्ठान का ‘वाग्-विलासिनी पुरस्कार’, ‘साहित्य अकादेमी पुरस्कार’ आदि अनेक पुरस्कारों से सम्मानित।

कृतियाँ :

उपन्यास : दुर्दम्य।

कहानी-संग्रह : सीधी रेखा - (घुन लगे लोग, कड़ुवा और मीठा, उद्ध्वस्त विश्व, अगर सच कहना हो..., तालाब में चाँदनी, लेखकीय कर्मकथा, कबूतर, अन्तिम कथन, ‘मनुष्य, परी और कछुआ’, चन्दा मामा दूर के, जुगनू, गीली धूप, चक्कर लगाता हुआ कुत्ता, अधूरा, उलटबाँसी, नीचे उतरा आकाश, कहाँ से कहाँ तक..., अप्पा और प्रभु रामचन्द्र, ऐसा और वैसा, सीधी रेखा।), अन्तिम शब्द - (ध्वस्त, ज्वाला, चीथड़े, अन्तिम शब्द, चन्दा मामा दूर के..., माँ-बेटी, पंख झड़ी तितली, पीला गुलाब, एक कहानी, असगुनी।)।

आलोचना व व्यंग्य : बस का टिकट, खिंचाइयाँ।

नाटक : ज्योत्स्ना और ज्योति।

अन्तिम शब्द

गंगाधर गाडगिल

मूल्य: Rs. 100

नारी जीवन का चित्रण...   आगे...

खिंचाइयाँ

गंगाधर गाडगिल

मूल्य: Rs. 150

श्री गंगाधर गाडगिल मराठी साहित्य की बहुत बड़ी हस्ती हैं   आगे...

दुर्दम्य

गंगाधर गाडगिल

मूल्य: Rs. 400

स्वतन्त्रता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है के उदघोषक, आधुनिक भारत के निर्माता बाल गंगाधर तिलक पर लिखा गया असाधारण उपन्यास है 'दुर्दम्य'.   आगे...

बच्चों ने दबोचा चोर

गंगाधर गाडगिल

मूल्य: Rs. 25

प्रस्तुत है तीन प्रहसनों का संकलन....   आगे...

बस का टिकट

गंगाधर गाडगिल

मूल्य: Rs. 75

प्रस्तुत है एक समर्थ हास्य-व्यंग्यकार की महत्त्वपूर्ण कृति का नया संस्करण।   आगे...

सीधी रेखा

गंगाधर गाडगिल

मूल्य: Rs. 80

प्रस्तुत है सीधी रेखा...   आगे...

 

  View All >>   6 पुस्तकें हैं|